वो ओ ओ ओ माँ है -----
पहचानें इनमें से आपकी माँ कौनसी हैं और उनके प्रति श्रद्धान्वित होकर आशीर्वाद ग्रहण करें,इस योग्य बनें कि उनकी पहचान आपसे हो --
- जो उनका पेट भर कर उन्हें महसूस भी नहीं होने देती कि पिछले कितने दिनों से उसका पेट खाली है ,वो माँ है।
- जो सब कुछ सहकर मुस्कराती रहती है ,महसूस भी नहीं होने देती कि आज उसके साथ क्या बीती ,वो माँ
है।
- जो चुपके -चुपके रोती है और उन्हें अहसास भी नहीं होने देती कि उसकी आँखों के आँसू सूख चुके हैं ,वो माँ है।
- जो उनसे अलग रह सकती है ,सर्व-समर्थ है किन्तु उन्हीं के साथ रहकर उनके सुख-दुःख का हिस्सा बनना
चाहती है ,वो माँ है।
- जो सारी कही-अनकही बातें सहन करती है क्योंकि वो उनके दोषों में भी गुण देख लेती है ,वो माँ है।
- जो इस अलगाव के साथ ज़िम्मेदारी निभाती है कि पता भी नहीं लगने देती कि वह उनसे कितना प्यार करती है, वो माँ है।
- जो दिन-भर जाने कैसे-कैसे काम करके दो जून की रोटी जुटाती है ,पता भी नहीं लगने देती कि वह क्या काम करती है ,वो माँ है।
- जो कभी-कभी अपमान की पीड़ा को सहने में असमर्थ अपने ही घर को छोड़ भी देती है ,वो माँ है।
- जो उन्हें इस योग्य बनाती है ,कि भविष्य में पढाई-लिखाई ,नौकरी के लिए अलग होना पड़े तो बिना किसी दुख व परेशानी के दूर जा सकें, वो माँ है।
- जो अपनी बड़ी से बड़ी परेशानी उनके साथ शेयर न कर कभी उनकी उलझन नहीं बढाती ,वो माँ है।
माँ तूने और कितने रूप अपने अंक में छुपा रखे हैं ,उन्हें भी बतादे माँ उन्हें भी ----
धन्य है तू ,धन्य है तेरा जीवन !!
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