समस्या का समाधान :
खुद से सवाल करो;खुद ही जवाब दो.
परेशानी क्या है !
------(मन में )पता नहीं ,कहा फोन मत करना ,मुझसे बात मत करो ,मुझे किसी से बात नहीं करनी।
पर क्यों ?
-----नहीं मालूम !
कारण क्या हो सकता है ?
अनुमानतः --1 बीमार पति छोड़ कर ,कहीं और जाकर नौकरी करने के लिए मना किया था।
2 उसके पति के कहने से नौकरी छोड़ने को पुनः कहा था।
3 उसकी नौकरी की बात मामाजी ने मुझसे कही थी।
4 उसके बच्चों को अपने पास रखने से मना किया था।
5 उसकी बेटी की शादी में नहीं जा पायी थी।
पर ये कारण तो नहीं लगते ,इतनी बड़ी बात के लिए -
? फिर !
अब क्या करना है ?
जैसा बोला गया है उसी पर टिके रहना !
आजीवन उसी संकल्प पर टिके रहना !
कि "न बोलो न बात करो। "
मैं shocked हूँ ,क्योंकि मैंने कभी किसी को चोट पहुँचाने वाली कोई बात नहीं कही है ,मेरा कभी किसी से कोई झगड़ा भी नहीं हुआ है।पर जाने-अनजाने या पूर्व जन्म में कोई पाप हुआ तो ज़रूर है। भगवान् ही हिम्मत देंगे।
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