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Friday 27 January 2017

मुलाक़ात ----!


 दिव्य मुलाक़ात !!

अपने नाश्ते को लेकर
अपने घर के लॉन में जाकर बैठ गया।
सामने गेट के बाहर नज़र पड़ी,
वह देख रही थी ललचाई आँखों से -
हाथ में लगे टोस्ट को देखा, जाकर उसे देआया।
वह मुस्काई,उसकी आँखों में प्यार और आशीष दिखाई दिया।
और फिर -
हाथ में लगे जूस को भी उसे दे दिया,
वो फिर हँसी,वह भी खुश हुआ,
उसकी मासूमियत से शिशु प्रभावित हुआ !!
बेंच पर जाकर कुछ देर बैठा रहा,
सन्तुष्ट ! प्रसन्न ! अगले ही पल -
दौड़ा घर की ओर,लेकिन -
फिर मुड़ा, जाकर उसे गले लगाया।
घर पहुँचा,बोला - "माँ आज मैं भगवान से मिला -"
पीछे से आवाज़ आयी-
और "आज मैंने भगवान के साथ नाश्ता किया !!"

                    ***