सबसे बड़ा सच / एक बात बताऊँ ---!
जब भी कोई कहता है कि
" उसके जैसा दुःखी कोई नहीं।"
तो सच मानिये ,इसे मज़ाक न समझें वाकई -
" सबसे बड़ा सच "वही होता है।
क्योंकि -
जिन परिस्थितियों में ,
जिन दबावों में ,
उसने उस छोटे से दुःख को सहा है ,
वही जानता है कि -
उसका " दुःख कितना बड़ा "है।
उसके लिए वही " सबसे बड़ा सच " है।
यहाँ अमीरी गरीबी ऐशो-आराम सुख सुविधा सब एक तरफ ,
और उसका दुःख " सबसे बड़ा सच ----"
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