जेनेरेशन गेप
अरे भई !
ये "जेनेरेशन गेप "इक तरफ़ा कैसे होगया ?
दो जनों के बीच "गेप"!
तो एक ही को प्रिवलेज क्यों ?
क्या ही विचित्र तर्क है; कि :"जमाना बदल गया है समझो, अब ऐसा नहीं होता।'
यही तो कहा जाता है न !
अरे भई , किसे समझा रहे हो दूसरे पक्ष के लिए भी जमाना बदला है, उसे भी 'जेनेरशन गेप" का अधिकार मिलना है।
उसे भी अपनी तरह से जीना है।
सो भूल जाओ , "जेनेरेशन गेप' का लाभ उठाने की बात !
खुद भी जीओ और दूसरे को भी जीने दो ,
उसकी अपनी तरह।
धन्यवाद !!
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