स्वास्थ्य और सुरक्षा
भारत के लिए यह विषय आज इतना गंभीर हैं कि स्वच्छता के विषय पर ध्यान दिलाने के लिए उत्साहवर्धन हेतु ध्यान आकर्षित किया जा रहा है। विषय साधारण है पर ध्यान न देने के कारण असाधारण और समस्यापरक बन गया है। सुस्वास्थ्य के लिए आवश्यक है स्वच्छता। सुरक्षा के लिए आवश्यक है शौचालय। और इन दोनों की ही अवहेलना का परिणाम सामने है। बीमारियां,यानि नए-नए कीटाणुओं से पैदा होने वाले कितने रोग,दिमागी रोग, टी.बी. ,मलेरिया न जाने और रोग दिन प्रति दिन पनप रहे हैं कारण केवल अस्वस्छता।सफाईकी ओर कोई ध्यान न देना। अस्पताल,पाठशाला,कार्यालय, यानि कोई भी ऐसी जगह नहीं जहाँ व्यक्ति बिना नाक -भौं सकोड़े चला जाय। मजबूरी में जाना और बीमारी समेट कर लाना।यत्र - तत्र शौचालयों की सर्वत्र यही दशा है।
इसके अतिरिक्त इनका अभाव इससे भी अधिक गंभीर विषय है, घरों में शौचालयों का न होना। यह समस्या गाँवों तक ही सीमित नहीं बड़े-बड़े शहरों के आस-पास के पिछड़े इलाकों में,शहरों में बसी झुग्गी -झोंपड़ियों में रहने वालों के लिए शौचालयों का अभाव देखा जा सकता है।मोबाइल टॉयलेट भी देखने में आते हैं किन्तु उनकी देख-भाल ,साफ -सफाई की ओर सर्वत्र उपेक्षा होती है। ऐसी स्थिति में महिलाएँ शौच के लिए कहाँ जाएँ। प्रातः सूर्योदय होने से पूर्व भ्रमण के लिए निकले लोगों को खूब देखने को मिल जायेगा कि महिलाएँ ,पुरुष गंदे नालों के पानी का प्रयोग कर अपनी प्रातः कालीन क्रिया संपन्न कर अनेक प्रकार की बीमारियों को निमंत्रण देते हैं। इसी सम्बन्ध में एक और बहुत ही शोचनीय और दुःखद परिणाम सुनाई और दिखाई दे जाता है।
महिलाओं की मजबूरी और भ्रष्ट लोगों का दुराचरण अपनी चरम सीमा पार कर देता है। वे उनकी हविश का शिकार बनती हैं,उनकी दरिंदगी का निशाना बनती हैं -और परिणाम केवल शोर-शराव,बेज्जती,अपमान।और बस खत्म किस्सा! हर महिला की सुरक्षा, सुस्वास्थ्य ,सम्मान को ध्यान में रखना है। हर घर में एक शौचालय की व्यवस्था होनी अनिवार्य है। डी.टी.ए.के कार्य को हमसब को मिलकर बढ़ावा देना है।देश का विकास शौचालय की ओर ध्यान देने से होगा।हाल ही में जो गाँव गोद लेने का कार्य प्रारम्भ हुआ है उसमें प्रगति सबसे पहले शौचालयों की वृद्धि से होनी चाहिए। डी.टी.ए.इस सम्बद्ध में सराहनीय कार्य कर रहा है। उसने ओड़िसा और महाराष्ट्र में यह कार्य शुरू कर दिया है और २४००० शौचालय बनाने का संकल्प लिया है ।
यदि शौचालय है तो सुरक्षा और सुस्वास्थ्य कोई समस्या ही नहीं रहेगी।
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