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Monday, 16 August 2021

जबान होते बच्चे ------


दादा-दादी,माता-पिता  के संरक्षण में पलते  बच्चे, 

अचानक ही जबानी की देहलीज़ पर पहुँचे बच्चे , 

सबको लुभाते-हर्षाते बच्चे कब बड़े हो जाते हैं !!


आँखों में अनेक प्रश्न लिए,कुछ घबराये से बच्चे ,

बुद्धि से "अपरिपक्व" समझदारी में कमज़ोर बच्चे ,

स्वयं को अति"बुद्धिमान"समझ कब बड़े हो जाते हैं। 


बात-बात पर हँसते-हँसाते ,  झगड़ते-झगड़ाते बच्चे ,

कब उन्हींकी समस्याओं का "समाधान" बन जाते हैं !!

कब दादा-दादी के "संरक्षक" भी  बन जाते हैं !! 

कब उन्हीं माता-पिता की  "गोदी" बन जाते हैं !!

कब वे अपनी बाहोंका "झूला" भी बना  देते हैं !!
 

                       जबान होते बच्चे कब "बड़े" होजाते हैं। 

                       जबान बच्चे कब "परिपक्व" होजाते हैं।      

   

                                  ***************

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