अनुभव
Friday, 13 December 2013
महँगाई का दर्द
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महँगाई का दर्द होता था परिवार बड़ा , इसमें था आराम बड़ा पर बढ़ती महँगाई ने कर दिया इसे लघुकाय बड़ा -- आँखों के तारे इकलौते पु...
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Friday, 29 November 2013
समानता का अधिकार ( 2 ) क्रमशः ---
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समानता का अधिकार ( २ ) क्रमशः -- ------और जब उस मानवी ने क्रांतिकारी कदम उठाया ,तो कहा गया- औरत एक अबूझ "पहेली" है। वह ...
मेरे बच्चे
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बच्चे होते बड़े ----- मेरे बच्चे बड़े सयाने , कष्टों के हैं बड़े दीवाने जितना मिलता कष्ट उन्हें, आनन्द उसी में पाते हैं , घबराहट ...
Tuesday, 26 November 2013
महा -प्रयाण
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महा-प्रयाण ! यह तो एकदिन होना ही है क्योंकि - मृत्यु और जीवन तो शाश्वत सत्य है न बचपन रहता है,न जवानी रहती है और न वृद्धावस्था रह...
सवाल
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सवाल ?? ये अचानक मेरी लेखनी में लड़खड़ाहट!!! हठात हाथों में कम्पन ! विचारों की अविच्छिन्न धारा -प्रवाह में अवरोध ! होता है ,होता है साहब...
Sunday, 24 November 2013
कविता- कामिनी
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कविता कामिनी एक लम्बे समय से मेरा कवि -हृदय सोया हुआ था - मरुस्थल ,रेगिस्तान और वीरानगी का तांडव मचा हुआ था ...
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Tuesday, 13 August 2013
वृद्धावस्था
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वृद्धावस्था कौन कहता है ,वृद्धावस्था में अपना कोई नहीं होता , वृद्धावस्था ,वृद्धावस्था की बहिन होती है , वृद्धावस्था , वृद्धावस्था क...
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