अनुभव
Thursday, 25 September 2014
शिकार हूँ या शिकारी
›
पशोपेश की स्थिति ! मैं शिकार या शिकारी? क्या कभी देखा है ऐसा ? कुछ मिनटों का चलचित्र - घूमता है आखों के सामने। सामने शिकार - न झपटना ...
Monday, 28 July 2014
बच्चों का बचपन मत छीनो ---
›
जानती हूँ यह प्रतिस्पर्धा का दौर है हर माता-पिता अपने लाड़ले को आगे आगे और सबसे आगे की चाह में उसे दौड़ाये जारहे हैं इस संदर्भ में मैँ क्या ...
2 comments:
Friday, 4 April 2014
फरवरी २०१४। -----जब हम दोनों साथ थे ---
›
संस्मरण -----------इनकी इच्छा थी कि वह अपनी आत्म-कथा लिखें ,उनकी इस इच्छा को अपने साथ जोड़ कर संक्षेप में पूरा करने क...
1 comment:
Tuesday, 11 March 2014
नारी उद्बोधन ----------२००४
›
नारी-उद्बोधन दुनिया में नारी के प्रति अनाचार को देख कर मन कभी-कभी बहुत आहत होता है,इसीलिये समय पाकर यदा-कदा अपनी भावनाएँ व्यक्त करती रह...
1 comment:
Thursday, 27 February 2014
पुत्र-बधु के श्रद्धान्वित विचार
›
पुत्र वधु के श्रद्धान्वित विचार : पापाजी , आपके प्यार और आशीर्वाद से ही - मैं तो दिन का कार्य शुरू करती थी - लेकिन ये क्या? आपने तो अपनी...
Monday, 17 February 2014
दादा के प्रति -------
›
मेरे प्यारे दादा ! मैं तो स्कूल से आकर - आपके आने का "वेट"कर रही थी - पर दादा आप नहीं आये - दादा अब आपका प्यार मुझे कौन देगा ...
श्रद्धांजलि -----पुत्री के उद्गार
›
पुत्री के उद्गार: अपने पापा के प्रति पापा ,आप मेरे कारण दुखी थे पर पापा उसमें मेरा क्या दोष था ? आपके दुःख के कारण शादी करने का निश्चय कि...
‹
›
Home
View web version